कुल टेक्सटाइल निर्यात लक्ष्य का 68 प्रतिशत हो चुका है पूरा
नई दिल्ली/ राजेश शर्मा
चालू वित्त वर्ष के पहले 9 महिनों के दौरान देश से गारमेण्ट निर्यात में लगभग 35 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है और अनुमान है कि इस वर्ष की अंतिम तिमाही में भी गारमेण्ट निर्यात में बढ़त का दौर जारी रहेगा। यह कहना है कि अपेरल एक्सपोर्ट प्रोमोशन कौंसिल (एईपीसी) के नवनिर्वाचित चेयरमैन श्री नरेन्द्र कुमार गोयनका का। विगत दिनों अपेरल एक्सपोर्ट प्रोमोशन कौंसिल के चेयरमैन का पदभार संभालते ही उन्होंने कहा कि गारमेंट निर्यात में वृद्धि जो दौर बना हुआ है, वह आगे भी जारी रहेगा।
इसी बीच देश अप्रैल-दिसम्बर के दौरान देश से कुल टेक्सटाइल निर्यात यानि, टेक्सटाइल, गारमेण्ट व हैंडीक्रॉफ्ट सहित में भी गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 41 प्रतिशत वृद्धि हो चुकी है। सरकार ने चालू वर्ष के लिए टेक्सटाइल सेक्टर यानि फैब्रिक, यार्न, गारमेंट, हेंडीक्रॉफ्ट आदि का निर्यात लक्ष्य 44 बिलियन डॉलर तय किया है।
एईपीसी की कार्यकारी समिति की बैठक में डा. ए शक्तिवेल से चेयरमैन का कार्यभार संभालने के बाद कहा कि देश से गारमेण्ट के निर्यात में जोरदार वृद्धि हो रही है।
इस समय निर्यातकों के हाथों में जो ऑर्डर हैं, उन्हें देखते हुए कहा जा सकता है कि यह बढ़त वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में भी जारी रहेगी। श्री गोयनका के अनुसार दिसम्बर 2021 में देश से गारमेण्ट का निर्यात 22 प्रतिशत उछल कर 1.46 बिलियन डॉलर का हो गया है, जबकि दिसम्बर 2020 में निर्यात 1.20 बिलियन डॉलर का था।
चालू वित्त वर्ष के पहले 9 महीनों यानि मार्च से दिसम्बर के बीच देश से कुल 11.13 बिलियन डॉलर मूल्य के गारमेण्ट का निर्यात किया गया, जो गत वर्ष की इसी अवधि में किए गए निर्यात 8.22 बिलियन डॉलर की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक है। श्री गोयनका के अनुसार निर्यात लगातार बढ़ रहा है और वृद्धि की यह गति आगे भी जारी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष कोविड-19 के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में आई मंदी के बाद भारत सहित प्रत्येक निर्यातक देश से गारमेण्ट के निर्यात में गिरावट आई थी। बहरहाल, अब विश्व बाजार में सामान्य होती स्थिति के बाद गारमेण्ट की मांग में वृद्धि हो रही है। यही कारण है कि भारत सहित चीन, बांग्लादेश, वियतनाम, पाकिस्तान आदि सभी देशों से निर्यात में बढ़ोतरी हो रही है।
उनके अनुसार प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार द्वारा उठाए कदमों से गारमेण्ट निर्यात में यह बदलाव आया है, निर्यातकों में इससे नया उत्साह भरा है और वैश्विक सप्लाई चैन में और मांग में अनेक व्यवधानों के बावजूद भारत का गारमेण्ट उद्योग कोविड-19 से पूर्व की स्थिति में लौट रहा है।
केंद्रीय सरकार द्वारा गत 2 वर्षों के दौरान सरकार द्वारा उठाए गए कदमों जैसे आरओएससीटीएल स्कीम, इसीएजीएस स्कीम, एमएसएमई के लिए वित्तीय पुर्नगठन का पेकेज, नैशनल टेक्निकल टेक्सटाइल मिशन और पीएम-मित्रा (प्रधान मंत्री मेगा इंटेग्रेटिड टेक्सटाइल रीजन एंड अपेरल पार्क) आदि से देश के गारमेण्ट सेक्टर को मजबूती मिली है। श्री गोयनका का मानना है कि वैश्विक मांग में सुधार हो रहा है। रेडीमेड गारमेण्ट उद्योग के हाथ में अच्छी संख्या में ऑर्डर हैं और इससे 2022 में भी निर्यात में वृद्धि की गति जारी रहेगी। हमें इस समय ब्राण्ड इंडिया पर फ ोकस करने की आवश्यकता है।
यह कौंसिल परम्परागत और नए बाजारों में गारमेंट निर्यात को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। बहरहाल भारतीय निर्यातकों को विभिन्न विदेशी बाजारों में बांग्लादेश, कम्बोडिया, तुर्की, पाकिस्तान, श्रीलंका आदि प्रतिद्वंद्वियों से ड्यूटी के कारण कड़ा मुकाबला करना पड़ रहा है। उनका मानना है कि विभिन्न देशों के साथ फ्री ट्रड एग्रीमेंट के बाद भारतीय निर्यातकों को प्रतिद्वंदी देशों के साथ समान अवसर प्राप्त होंगे।
कुल टेक्सटाइल निर्यात- इसी बीच, देश से टेक्सटाइल निर्यात में उत्साहजनक रुख बना हुआ है। चालू वित्त वर्ष के पहले 9 महिनों के दौरान भारी वृद्धि हुई है और निर्धारित निर्यात लक्ष्य के 68 प्रतिशत तक पहुंच चुका है।
चालू वित्त वर्ष में अप्रेल-दिसम्बर में टेक्सटाइल, गारमेण्ट, हेडीक्राफ्ट आदि का निर्यात का निर्यात लगभग 41 प्रतिशत बढ़कर 29.8 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया। इससे पूर्व वर्ष की इसी अवधि में निर्यात 21.2 बिलियन डॉलर का हुआ था। उल्लेखनीय है कि कोविड के कारण 2020-21 के दौरान सप्लाई चैन और मांग प्रभावित होने से देश से टेक्सटाइल निर्यात में भारी गिरावट आई थी। सरकारी अधिकारियों के अनुसार इस वर्ष अप्रैल-दिसम्बर के दौरान टेक्सटाइल सेक्टर निर्यात में वृद्धि की जो दर प्राप्त की गई है, वह कोविड-19 से पूर्व की अवधि की तुलना में भी अधिक है। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार में अप्रेल से दिसम्बर 2020 के दौरान टेक्सटाइल सेक्टर का निर्यात 14.6 प्रतिशत बढ़ा था। वाणिज्य मंत्रालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार अप्रेल-दिसम्बर 2019 की तुलना में टेक्सटाइल सेक्टर का निर्यात 31 प्रतिशत अधिक हुआ है। चालू वित्त वर्ष के लिए सरकार ने टेक्सटाइल सेक्टर के लिए 44 बिलियन डॉलर का लक्ष्य निर्धारित किया था और पहले 9 महीनों में लगभग 68 प्रतिशत को पूरा किया जा चुका है। सामान्य तथा वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में निर्यात में अधिक वृद्धि होती है और टेक्सटाइल सेक्टर को आशा है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए लक्ष्य पूरा हो जाएगा।
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