खादी और ग्रामोद्योग आयोग का कारोबार  1 रू लाख करोड़ के पार

खादी की लोकप्रियता बढ़ी
नई दिल्ली/ राजेश शर्मा
गत कुछ वर्षों से देश में खादी की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है और यही कारण है कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग यानि केवीआईसी का कुल कारोबार हाल ही में समाप्त हुए वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान एक लाख करोड़ रुपए का स्तर पार कर गया है।
उल्लेखनीय है कि एनडीए सरकार के गठन के बाद ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी लगातार देश की जनता से खादी का प्रयोग अधिक करने का अनुरोध कर रहे हैं और इससे केवीआइसी का कारोबार भी दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। केवीआईसी से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 में उसका कुल कारोबार 1.15 लाख करोड़ रुपए (115,415.22 रुपए) का हुआ जो इससे पूर्व वर्ष यानि 2020-21 में 95,741.14 करोड़ रुपए का ही था। इस प्रकार केवीआईसी के कुल कारोबार में 2021-22 के दौरान 20.54 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई।
उल्लेखनीय है कि 2019-20 में केवीआईसी का कुल कारोबार 88,887 करोड़ रुपए का था। केवीआईसी ने यह वृद्धि 2021 में अप्रैल से मई के दौरान कोविड को रोकने के लिए आंशिक लॉकडाउन लागू होने के बावजूद प्राप्त की। आंकड़ों के अनुसार 2021-22 में कुल उत्पादन  में 172 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि सकल बिक्री में 248 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
देश में खादी को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के अनेक मंत्रालय व विभाग खादी के कपड़े और वस्त्रों को खरीदने में प्राथमिकता दे रहे हैं। केवीआईसी के अध्यक्ष श्री विनय कुमार सक्सेना का कहना है कि खादी की बिक्री और उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्वि का श्रेय प्रधानमंत्री श्री मोदी को जाता है। इसके अतिरिक्त नवीन योजनाओं, रचनात्मक विपणन नीति और विभिन्न मंत्रालयों के सक्रिय समर्थन के कारण भी कुल कारोबार में वृद्धि हुई है। श्री सक्सेना के अनुसार नए वैज्ञानिक तरीकों को नियोजित करके और खादी की उत्पाद श्रंृखला में विविधता लाने से केवीआईसी इतनी बड़ी वृद्धि को प्राप्त करने में सफ ल हुआ है, जिसकी बराबरी कोई अन्य एफएमसीजी नहीं कर सकती है। उनका दावा है कि आज केवीआईसी देश की सभी एफएमसीजी कम्पनियों से आगे है।  
       श्री सक्सेना के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में केवीआईसी का मुख्य ध्यान कारीगरों और बेरोजगार युवाओं के लिए स्थाई रोजगार सृजित करने पर रहा है। उनका कहना है कि आर्थिक संकट का सामना करते हुए बड़ी संख्या में युवाओं ने पीएमईजीपी के अंतर्गत स्वरोगजार और विनिमार्ण गतिविधियों को अपनाया, जिससे ग्रामोद्योग क्षेत्र में उत्पादन में वृद्धि हुई। इसके साथ ही स्वदेशी उत्पादों को खरीदने की प्रधान मंत्री श्री मोदी की अपील के बाद खादी और ग्रामोद्योग के उत्पादों की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
कनॉट प्लेस स्थित खादी के प्रमुख स्टोर में गत 30 अक्टूबर को 1.28 करोड़ रुपए की रिकार्ड बिक्री हुई। यह अब तक की किसी एक दिन की सबसे अधिक बिक्री है। वस्तुत: कुछ समय पूर्व तक खादी के कपड़ों की मांग केवल एक वर्ग तक ही सीमित थी, लेकिन खादी फैब्रिक की क्वालिटी में सुधार और नए उत्पाद बाजारों में लाने से युर्वा वर्ग में खादी के प्रति रुचि बढ़ी है। इसके अतिरिक्त विपणन नीति में सुधार के कारण भी खादी फैब्रिक और अन्य उत्पादों की मांग में वृद्धि हो रही है।


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